हार्दिक-युवराज से बेहतर ऑलराउंडर को नहीं दिया मौका तो पहुंचा जिम्बाब्वे, अब सिर्फ 10 गेंदों में बना दिए 50 रन

आईसीसी T20 वर्ल्ड कप का आगाज हो चुका है। वैसे तो मुख्य मुकाबला 22 अक्टूबर से खेली जानी है, लेकिन आठ टीमों में क्वालीफायर मुकाबला जारी है। इसमें जिंबाब्वे और आयरलैंड की भी टीम है, इन दोनों टीमों के बीच 17 अक्टूबर को मैच खेला गया। इस मैच में 36 वर्षीय बल्लेबाज के आगे पूरी आयरलैंड की टीम ने घुटने टेक दिए और जिंबाब्वे की टीम ने यह मुकाबला 31 रनों से जीत लिया।

जिंबाब्वे और आयरलैंड के बीच खेले गए क्वालीफायर मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए जिंबाब्वे की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 174 रनों का स्कोर खड़ा किया। जिसमें सबसे ज्यादा योगदान जिंबाब्वे टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी सिकंदर रजा का रहा। उन्होंने आयरलैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए मात्र 48 गेंदों में 5 चौके और 5 छक्कों की मदद से तूफानी 82 रन बनाए, वह जिंबाब्वे की पारी के आखिरी गेंद पर आउट हुए। तब तक यह 36 वर्षीय बल्लेबाज अपना जलवा बिखेर चुका था मैदान के चारों तरफ। अगर देखा जाएं तो उन्होंने सिर्फ चौकों और छक्के की मदद से ही 50 बटोरो।

आयरलैंड की टीम 175 रनों का पीछा करने उतरी। वह शुरुआत से ही लड़खड़ाती हुई नजर आई। आयरलैंड के चार प्रमुख बल्लेबाज मात्र 30 रनों के स्कोर पर पेवेलियन जा चुके थे। इसके बाद जिंबाब्वे टीम की पारी को हैरी टेक्टर और जार्ज डॉकरेल ने संभाला। दोनों ने अच्छे साझेदारी करते हुए 60 रनों से ऊपर स्कोर को ले गया। इसके बाद आयरलैंड को पांचवा झटका 64 के स्कोर पर लगा, उसके जमे हुए बल्लेबाज डॉकरेल 24 रनों के निजी स्कोर पर आउट हो गए। फिर आयरलैंड के निचलेक्रम बल्लेबाजों ने टीम को कुछ संभाला और स्कोर को निर्धारित 20 ओवर में 143 रन तक ले जा सके। जिससे जिंबाब्वे की टीम ने यह मुकाबला 31 रनों से जीत लिया और मैन ऑफ द मैच जिंबाब्वे टीम के ऑलराउंडर बल्लेबाज सिकंदर रजा बने।

अगर सिकंदर रजा की हालिया प्रदर्शन की बात करें तो वह 36 वर्ष की उम्र में भी बिल्कुल 21 वर्षीय बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी करते हैं। अगर यह जिंबाब्वे की टीम अगले लेवल तक पार करती है तो सभी टीमों को इस से बच के रहना होगा। इनके आगे बड़े-बड़े गेंदबाजों की भी छुट्टी हो जाती है।